जय हो, लगता है अब ताज़महल में से अयोध्या जैसा कोई जिन्न निकलनेवाला, खुदा खैर करे। शिया और सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के द्वारा ताज़महल पर मालिक़ाने हक़ का दावा किया गया तो हिंदू ब्रिगेड पीछे क्यों रहते भला। अब विनय कटियार जिसे मीडिया फायरब्रांड नेता के रूप मे पेश करती रही है, उन्होंने दावा कर डाला है कि ताजमहल तो शिव-मंदिर था भैया। हाँ तो कटियार जी प्रेस में कटकटा रहे हैं कि इस शिव-मंदिर का नाम पहले "तेजोमय महल" था और इसे राजा जयसिंह ने बनवाया था। अब बात यहीं तक नहीं है, अब शंकर सेना बनने वाली है और लोगों में त्रिशूल की जगह अब "डमरू" बाँटे जायेंगे। खैर अभी तो इतने से संतोष करना पड़ेगा कि डमरू कम से कम खून तो नहीं बहा सकता।
क्यों रवि भैया अपने गज़ल में कुछ जोड़ दें तो कैसा रहे।
Thursday, March 24, 2005
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