Monday, October 20, 2008

जिम की जीवटता को सलाम

मैं उतना ही ज़िंदा हूँ जितना कोई भी इस संसार में जीवित है।

- जिम मैकलॉरेन


43 वर्षीय जिम मैकलॉरेन जिनको मौत दो बार काफी करीब से छूकर निकली किसी भी व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हो सकते हैं। जिम जैसी दो दुर्घटनाओं से बचकर निकला कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से ज़िंदगी से हारकर अपने हथियार डाल सकता है एवं दूसरों की दया पर आश्रित होना उसकी नियति बन सकती है। परंतु जिम न केवल आज एक अत्यंत सफल व्यक्ति हैं बल्कि दूसरों को भी अपनी रोशनी से सराबोर कर रहे हैं।

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