भूटान में शुक्रवार से तंबाकू के बने सभी उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लागू हो गया है.
भूटान दुनिया का पहला देश है जहाँ तंबाकू उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है.
भूटान के मंत्री जिग्मे थिनले ने कहा, "हम प्रदूषण की समाप्ति और अपने नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य चाहते हैं". ऐसा शायद इसलिये संभव हो सका है कि वहाँ अभी भी ग्लोबलाइजेशन का दैत्य अपने नाखून नहीं गड़ा सका है। अपने हिन्दुस्तान में भी यदा कदा सिगरेट पर प्रतिबंध, गुटखे पर प्रतिबंध की बात होती रहती है। और जब भी किसी किसी राज्य में ऐसा होता है तो गाज छोटे मोटे पान की दुकान चलानेवालों पर गिरती है। उसके बाद आता है नंबर खरीदने वालों का जो एक की जगह तीन देकर भले खरीदें लेकिन माल तो हासिल कर ही लेते हैं। तीसरा नंबर आता है हमारे ठोला-पुलिस विभाग का जो दुकानदारों को हड़का-हड़का कर न तो उन्हें बेचना बंद करने देते हैं और न बिना पैसे लिये बेचने दिया करते हैं यानि सब धन साढे बाइस पसेरी। कार्यवाही अगर किसी पर नहीं होती तो वे हैं सिगरेट बीड़ी बनानेवाली कंपनियों पर। अभी तक ये तो हो नहीं सका कि कम से कम पूरे देश में ये कानून बने कि सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने के वालों के खिलाफ सख्त जुर्माने की व्यवस्था की जाये। अरे कइसे होगा भाई नेताजी फूँकते हैं धकाधक आ खईनी थूकते हैं कुर्सी पर से पुच्च पुच्च मंत्रालये में न!!
भूटान दुनिया का पहला देश है जहाँ तंबाकू उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है.
भूटान के मंत्री जिग्मे थिनले ने कहा, "हम प्रदूषण की समाप्ति और अपने नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य चाहते हैं". ऐसा शायद इसलिये संभव हो सका है कि वहाँ अभी भी ग्लोबलाइजेशन का दैत्य अपने नाखून नहीं गड़ा सका है। अपने हिन्दुस्तान में भी यदा कदा सिगरेट पर प्रतिबंध, गुटखे पर प्रतिबंध की बात होती रहती है। और जब भी किसी किसी राज्य में ऐसा होता है तो गाज छोटे मोटे पान की दुकान चलानेवालों पर गिरती है। उसके बाद आता है नंबर खरीदने वालों का जो एक की जगह तीन देकर भले खरीदें लेकिन माल तो हासिल कर ही लेते हैं। तीसरा नंबर आता है हमारे ठोला-पुलिस विभाग का जो दुकानदारों को हड़का-हड़का कर न तो उन्हें बेचना बंद करने देते हैं और न बिना पैसे लिये बेचने दिया करते हैं यानि सब धन साढे बाइस पसेरी। कार्यवाही अगर किसी पर नहीं होती तो वे हैं सिगरेट बीड़ी बनानेवाली कंपनियों पर। अभी तक ये तो हो नहीं सका कि कम से कम पूरे देश में ये कानून बने कि सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने के वालों के खिलाफ सख्त जुर्माने की व्यवस्था की जाये। अरे कइसे होगा भाई नेताजी फूँकते हैं धकाधक आ खईनी थूकते हैं कुर्सी पर से पुच्च पुच्च मंत्रालये में न!!
विजय जी,
ReplyDeleteये तो ठीक है पर इससे आपराधिक तत्वों को अन्यायिक तौर पर ये सब स्पलाई करने का काम मिल जाता है। हरियाणा में जब शराब अवैध हुई थी तो सभी छोटे मवाली गुंडे शराब को अवैध तरीके से स्पलाइ करने के धंधे में लग गए थे और शराबियों में बात प्रचलित हुई थी कि पहले तो ठेके पर जाना पड़ता था अब घर बैठे मिल जाती है।
पंकज
शायद सही कहा है आपने पंकज लेकिन कुछ तो उपाय किया जा सकता है, बीमारी का कोई तो उपाय होना ही चाहिये।
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